Saturday, September 10, 2011

माँ : आपकी याद मुझे सताती है



आपकी ममता में पला बड़ा,
आपकी आंचल में सोता रहा,
आपकी लोरी की वो गुण-गुणाहट,
आपकी परीयों की वो कहानियाँ,
क्यूँ वो पल आज मुझे खल रही|

आपके साथ बचपन के वो पल,
आपके साथ अपने दुख बाटना,
आपको अपनी हर बात बताना,
क्यूँ वो पल आज मुझे खल रही|

हूँ आपसे दुर,पर आप हो मेरे करीब,
क्यूँ ये मन मानता नहीं,
जब बचपन की वो पल याद आती है,
क्यूँ ! माँ मेरी आँख भर आती है?,

करता हूँ मैं आपसे कितना प्यार,
ये आप ही जानती है,
क्या इसी लिया आपकी याद,
मुझे सताती है|
-अंशु