Wednesday, February 1, 2012

यही तो तेरी दोस्ती है


जब जब में अकेला रहना चाहा,
तुमने मुझे अपना साथ देना चाहा,
जब जब मैं रोना चाहा,
तुमने अपनी बातों
से मुझे हँसाना चाहा

वो क्लास बंक करके,
कैंटीन में मेरा साथ देना,
मेरी रूठी गर्ल फ्रेंड को
भाभी कह के चिड़ाना,

वो बीच रात में मेरा कहना,
“मेरे भाई ज़रा मैगी बना ना”,
और फिर गुस्से से तेरा मैग्गी बनाना,
वो मैगी खा के सुर निकलना
फिर तेरा कहना
साले ठीक से खाना

वो सुबह मुझे लात मार के उठाना
और फिर प्यार से मेरी मुह
से रमायण सुन ना,
 
यही तो तेरी दोस्ती है ......

              - अंशु

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