Saturday, April 11, 2015

लैंसडाउनः पहाड़ों में छिपा हिल स्टेशन




टिप इन टॉप जहां से स्नो पॉइंट और दूर-दूर तक फैले पहाड़ देखे जा सकते हैं.
उत्तरांचल में बसा एक छोटा सा हिल स्टेशन है लैंसडाउन. बहुत शांत और साफ़ सुथरा हिल स्टेशन जिसके बारे में कम लोग ही जानते हैं. और यही वजह है कि यहां टूरिस्ट भी बहुत कम आते हैं. समुद्र तल से 1706 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद लैंसडाउन कैंट एरिया है. यहां बहुत ज्यादा पिकनिक स्पॉट तो नहीं हैं, लेकिन यहां के हर कोने में आपके मन को शान्ति और सुकून ज़रूर मिलेगा. हर तरफ फैली हरियाली आपको एक अलग ही दुनिया का एहसास कराती है. अगर आप शांति पसंद करते हैं और एक चेंज चाहते हैं, तो आपको लैंसडाउन ज़रूर भाएगा.

गढ़वाल राइफल्स का गढ़
वायसराय ऑफ इंडिया लॉर्ड लैंसडाउन के नाम पर इस खूबसूरत हिल स्टेशन लैंसडाउन को अंग्रेजों ने सन 1887 में बसाया था. यह पूरा इलाका सेना की देख-रेख में चलता है. लैंसडाउन गढ़वाल राइफल्स का गढ़ भी है.

क्या देखें

टिप इन टॉप - नेचुरल ब्यूटी से भरपूर इस इलाके में देखने लायक काफी कुछ है. प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लेने के लिए आप टिप इन टॉप जा सकते हैं. यहां से स्नो पॉइंट और दूर-दूर तक फैले पहाड़ देखे जा सकते हैं. यहां से पहाड़ों के बीच-बीच में छोटे-छोटे कई गांव दिखाई देते हैं, जिसे देखना अपने आप में एक अलग अनुभव है. एक अलग सी ही शांति है लैंसडाउन में, जिसे आप यहां पूरी तरह से महसूस कर पाएंगे. अगर आप सन राइज देखने के शौकीन हैं, तो पहाड़ों के पीछे से निकलता सूरज आपको एकदम तरोताज़ा कर देता है. साफ़ मौसम के दिनों में बर्फ से ढंके हिमालय की लंबी रेंज भी यहां से देखी जा सकती है.

भुल्ला ताल- स्नो पॉइंट के पास ही भुल्ला ताल का अपना अलग मज़ा है. यह एक छोटी-सी झील है. फैमिली और दोस्तों के साथ यहां बोटिंग का मजा उठा सकते हैं. तालाब को और सुन्दर बनाने के लिए यहां बच्चों के लिए पार्क, खूबसूरत फव्वारे और बांस के मचान लगाए गए हैं. यहां से कुछ ही दूरी पर 100 साल से ज्यादा पुराना संत मेरी चर्च है और संत जॉन चर्च है जहां आप जा सकते हैं.

राइफल्स वॉर मेमोरियल और रेजिमेंट म्यूजियम - इस म्यूजियम में आपको सेना के युद्ध में इस्तेमाल हुए हथियार, उनकी पोशाकें और भी बहुत कुछ ऐसा देखने को मिलेगा, जो आपके लिए नया होगा. म्यूजियम शाम 5 बजे तक ही खुला होता है. इसके करीब ही परेड ग्राउंड भी है, जिसे आम टूरिस्ट बाहर से ही देख सकते हैं. आप यहां पर सेना को ट्रेनिंग लेते हुए देख पायेंगे. 


संतोषी माता मंदिर आप शाम को सन सेट का खूबसूरत नजारा देखने के लिए 2092 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद संतोषी माता मंदिर जा सकते हैं. यह लैंसडाउन की ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है. यह भी यहां का एक पुराना मंदिर है और सन सेट के लिए मशहूर है.

तारकेश्वर महादेव मंदिर - पहाड़ की चोटी पर बना तारकेश्वर महादेव मंदिर, लैंसडाउन  का पवित्र धार्मिक स्थान है. भगवान शिव के  इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल हजारों भक्त आते हैं. यह मान्यता है कि  इस मंदिर में मांगी गई हर मन्नत भगवान पूरी करते हैं. हर साल यहां महाशिवरात्रि का त्योहार बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाता है. साथ ही यहां कई छोटे- छोटे झरने भी हैं. इस मंदिर की खास बात यह है कि यह मंदिर ताड़ और देवदार के वृक्षों से घिरा हुआ है.

रुट लवर्स लेन
अगर आप एडवेन्चर की चाह रखने वाले हैंतो इस क्षेत्र में ट्रैकिंग और जंगल सफारी का भी मजा ले सकते हैं. इस क्षेत्र में ट्रैकिंग के लिए का सबसे बढिया पॉइंट रुट लवर्स लेन हैं. भैरव गढ़ी भी ट्रैकिंग के लिए अच्छी जगह है.
कोटद्वार से लैंसडाउन जाने वाले रास्ते में आप लेक के पास रुक कर सूरज की धूप एन्जॉय कर सकते हैं. यहां भी एक पुराना और बहुत मान्यता वाला सिद्धबली बाबा का मंदिर है. मिटटी के कच्चे से टीले पर बने होने के बाबजूद भी इस मंदिर को किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा क्षति नहीं पहुंचा पाती है..


न्यू इंडिया हिन्दी मासिक पत्रिका के जनवरी अंक में छपा मेरा लेख

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